.......सभी दोस्तो को होली की अग्रिम हार्दिक बधाईया.............
'मीज़ान-ए-फ़न' ..... (ग़जल)
-
बहर-ओ-क़ाफ़िया की उलझन में रहा मैं इस क़दर,
मेरे हाथों से ही निकलकर इक *ग़ज़ल* चली गई।
लफ़्ज़ ही तौले किए मीज़ान-ए-फ़न पर उम्र भर,
वक़्त की ठहरी ह...
2 hours ago
बधाई वैसे जल्दी क्या है चुनाव के फल आने तक तो रुक जाते :)
ReplyDeleteReally nice? keep up the work..
ReplyDelete